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अनुसूचित जाति एवं सामान्य वर्ग के निर्धन व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी हेतु अनुदान योजना

शादी अनुदान योजना । अनुसूचित जाति एवं सामान्य वर्ग के निर्धन व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी हेतु अनुदान योजना सम्बन्धी विवरण एवं आनलाइन आवेदन पत्र भरे जाने हेतु आवश्यक निर्देशः- आवेदक द्वारा आनलाइन आवेदन भरने से पूर्व अपने आधार कार्ड एवं आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नम्बर तथा जाति प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण-पत्र, बैंक पासबुक व शादी का कार्ड आदि अभिलेख होना आवश्यक है। सामान्य वर्ग हेतु जाति प्रमाण पत्र संलग्न नहीं किया जाना है। आवेदक (माता-पिता/अभिभावक) शादी अनुदान पोर्टल https://shadianudan.upsdc.gov.in/ पर अपने रजिस्ट्रेशन हेतु अपना आधार संख्या अंकित कर आधार अभिप्रमाणन (ऑथेंटिकेशन) की प्रक्रिया शुरू करेगा। शादी अनुदान पोर्टल पर आवेदक तथा पुत्री (जिसकी शादी अनुदान हेतु आवेदन किया जा रहा है) दोनों का आधार आधारित ई-के० वाई०सी० सुनिश्चित किया जाना है। अतः आधार से लिंक मोबाइल नम्बर साथ होना अनिवार्य है। आवेदन करते समय आवेदक द्वारा निम्न दस्तावेज की जरूरत पड़ेगी। आवेदन करते समय आवेदक द्वारा निम्न प्रपत्र अपलोड किया जायेगाः 1- शादी का प्रमाण पत्र/शादी का कार्ड (पठनीय हो) 2- बैंक की पासबुक के प्रथ...

बच्चों को सिखाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें यह हैं।

बच्चों को सिखाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें यह हैं:



मूल्य और संस्कार

1. सत्य और ईमानदारी:
 बच्चों को सच्चाई और ईमानदारी की महत्ता सिखाएं।

2. दया और करुणा: 
बच्चों को दूसरों के प्रति दया और करुणा दिखाने की महत्ता सिखाएं।

3. सम्मान और विनम्रता:
 बच्चों को दूसरों के प्रति सम्मान और विनम्रता दिखाने की महत्ता सिखाएं।

शिक्षा और विकास

1. पढ़ाई और सीखने की आदत:
 बच्चों को पढ़ाई और सीखने की आदत डालने की कोशिश करें।

2. स्वाई और रुचि: 
बच्चों को अपनी स्वाई और रुचि के अनुसार कार्यक्रम चुनने की सलाह दें।

3. समस्या समाधान और सोच: 
बच्चों को समस्या समाधान और सोच की क्षमता विक,सित करने की सलाह दें।

स्वास्थ्य और सुरक्षा


1. स्वच्छता और सफाई:
 बच्चों को स्वच्छता और सफाई की महत्ता सिखाएं।

2. स्वस्थ आहार: 
बच्चों को स्वस्थ आहार की महत्ता सिखाएं।

3. सुरक्षा और सावधानी
बच्चों को सुरक्षा और सावधानी की महत्ता सिखाएं।

सामाजिक और भावनात्मक विकास

1. मित्रता और सहयोग: 
बच्चों को मित्रता और सहयोग की महत्ता सिखाएं।

2. भावनात्मक समझ
बच्चों को भावनात्मक समझ की महत्ता सिखाएं।

3. आत्म-विश्वास और आत्म-सम्मान: 
बच्चों को आत्म-विश्वास और आत्म-सम्मान की महत्ता सिखाएं।

इन बातों को ध्यान में रखकर, आप बच्चों को एक सकारात्मक और समृद्ध भविष्य की ओर ले जा सकते हैं।

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