शादी अनुदान योजना । अनुसूचित जाति एवं सामान्य वर्ग के निर्धन व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी हेतु अनुदान योजना सम्बन्धी विवरण एवं आनलाइन आवेदन पत्र भरे जाने हेतु आवश्यक निर्देशः- आवेदक द्वारा आनलाइन आवेदन भरने से पूर्व अपने आधार कार्ड एवं आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नम्बर तथा जाति प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण-पत्र, बैंक पासबुक व शादी का कार्ड आदि अभिलेख होना आवश्यक है। सामान्य वर्ग हेतु जाति प्रमाण पत्र संलग्न नहीं किया जाना है। आवेदक (माता-पिता/अभिभावक) शादी अनुदान पोर्टल https://shadianudan.upsdc.gov.in/ पर अपने रजिस्ट्रेशन हेतु अपना आधार संख्या अंकित कर आधार अभिप्रमाणन (ऑथेंटिकेशन) की प्रक्रिया शुरू करेगा। शादी अनुदान पोर्टल पर आवेदक तथा पुत्री (जिसकी शादी अनुदान हेतु आवेदन किया जा रहा है) दोनों का आधार आधारित ई-के० वाई०सी० सुनिश्चित किया जाना है। अतः आधार से लिंक मोबाइल नम्बर साथ होना अनिवार्य है। आवेदन करते समय आवेदक द्वारा निम्न दस्तावेज की जरूरत पड़ेगी। आवेदन करते समय आवेदक द्वारा निम्न प्रपत्र अपलोड किया जायेगाः 1- शादी का प्रमाण पत्र/शादी का कार्ड (पठनीय हो) 2- बैंक की पासबुक के प्रथ...
परीक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके हैं जो आपकी तैयारी को सुधार सकते हैं:
नियमित अध्ययन:
नियमित रूप से पढ़ाई करना महत्वपूर्ण है। एक स्थिर अध्ययन योजना बनाएं और उसे अनुसरण करें। नियमित रूप से पढ़ाई करनी चाहिए जिससे पढ़ने की आदत हमारी बनी रहे और प्रतिदिन कुछ ना कुछ याद होता रहेगा और क्वेश्चन का रिवीजन होगा।
समय प्रबंधन:
समय का सही तरीके से प्रबंधन करना बहुत महत्वपूर्ण है। प्रमुख विषयों पर ज्यादा समय दें और अपनी शक्तियों को सही तरीके से वितरित करें। सभी प्रश्नों पर उचित समय दें जिससे सभी क्वेश्चन आसानी से और समय पर हल हो सके।
मौद्रिक परीक्षा पैटर्न:
पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अध्ययन करें ताकि आप जान सकें कि परीक्षा में कैसे प्रश्न पूछे जा सकते हैं। पिछले वर्षों में पूछे गए पश्नों का अध्ययन करना चाहिए।
स्वस्थ जीवनशैली:
सही आहार, पर्याप्त नींद, और नियमित व्यायाम से आपकी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखें।
समाधानात्मक पढ़ाई:
सिर्फ रट्टे मारने के बजाय, समझ कर पढ़ाई करें। जब आप एक विषय को समझते हैं, तो उसे याद रखना आसान होता है।
समाधानात्मक लेखन:
यदि परीक्षा में निबंध लेखन शामिल है, तो समाधानात्मक लेखन की प्रैक्टिस करें। अच्छे से विचार करें और स्वयं को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने का प्रयास करें।
स्वाध्याय:
अपनी गलतियों से सीखें और उन्हें सुधारें। नियमित अंतराल पर स्वाध्याय करें ताकि आप अपनी प्रगति को माप सकें।
स्वयं मॉनिटरिंग:
अपनी तैयारी को स्वयं मॉनिटर करें और आत्म-मूल्यांकन करें। यह आपको आपकी कमजोरियों को पहचानने में मदद करेगा।
सकारात्मक सोच:
प्रतिदिन सकारात्मक मानसिकता बनाए रखें। आत्म-संवाद और सकारात्मक सोच से आपका सामर्थ्य बढ़ सकता है।
याद रखें कि परीक्षा के समय में ठीक से आत्मविश्लेषण करना और शांति में रहना भी महत्वपूर्ण है।
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