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अनुसूचित जाति एवं सामान्य वर्ग के निर्धन व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी हेतु अनुदान योजना

शादी अनुदान योजना । अनुसूचित जाति एवं सामान्य वर्ग के निर्धन व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी हेतु अनुदान योजना सम्बन्धी विवरण एवं आनलाइन आवेदन पत्र भरे जाने हेतु आवश्यक निर्देशः- आवेदक द्वारा आनलाइन आवेदन भरने से पूर्व अपने आधार कार्ड एवं आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नम्बर तथा जाति प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण-पत्र, बैंक पासबुक व शादी का कार्ड आदि अभिलेख होना आवश्यक है। सामान्य वर्ग हेतु जाति प्रमाण पत्र संलग्न नहीं किया जाना है। आवेदक (माता-पिता/अभिभावक) शादी अनुदान पोर्टल https://shadianudan.upsdc.gov.in/ पर अपने रजिस्ट्रेशन हेतु अपना आधार संख्या अंकित कर आधार अभिप्रमाणन (ऑथेंटिकेशन) की प्रक्रिया शुरू करेगा। शादी अनुदान पोर्टल पर आवेदक तथा पुत्री (जिसकी शादी अनुदान हेतु आवेदन किया जा रहा है) दोनों का आधार आधारित ई-के० वाई०सी० सुनिश्चित किया जाना है। अतः आधार से लिंक मोबाइल नम्बर साथ होना अनिवार्य है। आवेदन करते समय आवेदक द्वारा निम्न दस्तावेज की जरूरत पड़ेगी। आवेदन करते समय आवेदक द्वारा निम्न प्रपत्र अपलोड किया जायेगाः 1- शादी का प्रमाण पत्र/शादी का कार्ड (पठनीय हो) 2- बैंक की पासबुक के प्रथ...

Love क्या होता है। लव मैरिज और अरेंज मैरिज में क्या अंतर है।

Love क्या होता है? What is love.



यह एक ऐसा word होता है जो गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाता है। जिसकी व्याख्या करना बहुत मुश्किल होता है । फिर भी लोगो के अनुसार अलग प्रकार से बताया गया है।

Love ka Full Form in Hindi “Life's Only Valuable Emotion” 

हिंदी में “जीवन की एकमात्र मूल्यवान भावना” होता है ।

"लव" एक भावना या आदर्श है जो व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के प्रति महसूस करता है। यह आत्मा की गहरी जुड़ाव या संबंध का एक रोमांटिक अनुभव हो सकता है। लव व्यक्ति को उसके साथी के प्रति संवेदनशीलता, समर्थन और सम्बल का अहसास कराता है। यह एक प्रेरणादायक, खुशी भरा और आत्मा को पूरा करने वाला अनुभव होता है।मोटापा कैसे कम करे ।

ये किसी की दया, भावना और स्नेह प्रस्तुत करने का तरीका भी माना जा सकता है। उदाहरण के लिए माता और पिता के प्रति, खुद के प्रति, या किसी जानवर के प्रति, या फिर किसी इन्सान के प्रति स्नेहपूर्वक कार्य करने या जताने को प्यार कहा जाता हैं।

सच्चा लव क्या होता है।

सच्चा प्रेम वह है जिसमें अपने लिए केवल यह चाहत होती है, कि जिससे हम प्रेम कर रहे हैं वह हमेशा खुश कैसे रहे। उसका अच्छा कैसे होता रहे। इसमें अपने खुद के लिए कोई चाहत नहीं रहती। या यूँ कहें कि उसके सुख में ही अपना सुख नजर आता है।

प्यार कब खत्म होता है ?

प्यार की शुरुआत आकस्मिक होती है, जिसे दो लोग महसूस करते हैं। प्यार का अंत सुखद या दुखद हो सकता है। यदि दो प्रेमी विवाह के बंधन में बंध जाते हैं तो उनके प्यार का अंत सुखद होता है और यदि उन्हें किसी कारण से अलग होना पड़ता है तो यह दुखद अंत कहलाता है।


अरेंज मैरिज और लव मैरिज में अंतर होता है।


1.अरेंज मैरिज (Arranged Marriage):

अरेंज मैरिज में, विवाह का निर्णय परिवार के सदस्यों या दूसरे प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा लिया जाता है।

यहाँ प्रेम या रोमांस की भावना का आधार नहीं होता, बल्कि समाज, परिवार, धर्म, आर्थिक स्थिति और कई अन्य कारकों के आधार पर विवाह का निर्णय लिया जाता है।


2.लव मैरिज (Love Marriage):

लव मैरिज में, विवाह का निर्णय विवाह करने वाले दोनों व्यक्तियों द्वारा लिया जाता है, जो अपने आप को पसंद करते हैं और प्यार करते हैं।

यहाँ प्रेम और रोमांस की भावना विवाह का मुख्य आधार होती है, जोकि अरेंज मैरिज में अक्सर नहीं होती।

इसके अलावा, अन्य भावनात्मक, सामाजिक और आर्थिक परिणाम भी इन दोनों प्रकार के विवाह में अंतर बनाते हैं।


3.मैरिज ( शादी) कितने प्रकार की होती है।


मैरिज कई प्रकार की होती हैं, निम्नलिखित में से कुछ प्रमुख प्रकार हैं:

4.अरेंज मैरिज (Arranged Marriage):

जिसमें विवाह पारिवारिक या सामाजिक संरचना के अनुसार किया जाता है, जिसमें दोनों पक्षों के परिवार विवाह के लिए सहमति देते हैं। यह अक्सर गांवों में होता है।


5.लव मैरिज (Love Marriage):

 जिसमें विवाह का निर्णय विवाह करने वाले दोनों व्यक्तियों द्वारा लिया जाता है, जो अपने आप से पसंद करते हैं और प्यार करते हैं। यह ऐसा शादी होती है जिसमे पहले प्यार फिर शादी होती है। 


6.गेय मैरिज (Gay Marriage):

 जिसमें दो लगभग समान लिंगी व्यक्तियों के बीच विवाह होता है। इसमें एक ही प्रकार के समान लिंग वाले लोग आपस में विवाह करते है।अपने शरीर को फिट कैसे बनाए।


7.लेस्बियन मैरिज (Lesbian Marriage): 

जिसमें दो महिलाओं के बीच विवाह होता है। यह विवाह अक्सर सोशल मीडिया के माध्यम से हो जाता है । जिसमें लोग बिन एक दूसरे को देखे प्यार कर जाते है जिससे बाद में उन्हें शादी करनी पड़ती है। यह घटना कई बार देखने को मिली है जिसमे बाद में एक लोग को लिंग चेंज करना पड़ता है।

8.सामाजिक मैरिज (Social Marriage):

 इसमें विवाह पारिवारिक, सामाजिक या राजनीतिक कारणों के लिए होता है, जैसे संपत्ति, सामाजिक स्थिति, या रिश्तेदारी के संबंध में। जाने मोबाइल फोन आपकी आंखे किस प्रकार से खराब कर रही है।


9.धार्मिक मैरिज (Religious Marriage):

 इसमें विवाह की प्रक्रिया और रस्में धार्मिक मान्यताओं और शिष्टाचार के अनुसार सम्पन्न की जाती हैं, जैसे हिंदू विवाह, मुस्लिम विवाह, या ईसाई विवाह।


ये केवल कुछ प्रमुख प्रकार हैं, लेकिन वास्तविकता में और भी अनेक प्रकार की मैरिज होती हैं जो विभिन्न समाज, संस्कृति और धर्मों में प्रचलित हैं।

अगर अप को कोई सुझाव देना हो तो कमेंट जरूर करे।

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